अंक: October 2014
 
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पृष्ठ कथा 
भारत निर्माता के प्रति
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अग्र लेख

परिवहन क्षेत्रः आर्थिक पक्ष

जगन्नाथ कश्यप 


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Articles
  अधिकतम शासनः ई-शासन के माध्यम से जनपहुंच
रंजीत मेहता
  भारत में ई-गवर्नेंस की शुरुआत रक्षा सेवाओं, आर्थिक नियोजन, राष्ट्रीय जनगणना, चुनाव, कर संग्रह, आदि के लिए कम्प्यूटरीकरण पर जोर के साथ 1960 के दशक के अंत में
  किसानों का कल्याणः वर्तमान परिदृश्य
जे पी मिश्र
  कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था का विशालतम क्षेत्र है। इस क्षेत्र ने वर्ष 2014-15 में समग्र सकल मूल्य वर्धन में
  योगः आधुनिक जीवनशैली व अंतरराष्ट्रीय स्वीकार्यता
ईश्वर वी बासवरेड्डी
  विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इलाज में चिकित्सा के प्राचीन प्रणालियों को शामिल करने की जरूरत पर जोर दिया है। डब्ल्यूएचओ ने सु
  योग साधकों का मूल्यांकन एवं प्रमाणन
रवि पी सिंह&bsp; मनीष पांडे
  योग संस्थानों के प्रमाणन की योजना उन मूलभूत नियमों में सामंजस्य बिठाने की दिशा में उठाया कदम है,
  योगः स्वस्थ व तनावमुक्त जीवन का संतुलन
ईश्वर एन आचार&bsp; राजीव रस्तोगी
  आज की व्यस्त जीवनशैली में अपने स्वास्थ्य का ख्याल रख पाना एक जटिल कार्य हो गया है लेकिन
चौराहे पर प्रसार भारती
जवाहर सरकार

प्रसार भारती की स्थापना 28 नवंबर, 1997 को उस समय हुई थी जब सरकार प्रसार भारती अधिनियम, 1990 को अंतत : लागू करने का निर्णय किया | आकाशवाणी और दूरदर्शन को सूचना और प्रसारण मंत्रालय से अलग करते हुए एक ' स्वायत्त निकाय' के अंतर्गत रखा गया | यह एक ऐतिहासिक निर्णय था जी संसद द्वारा लोक लेवा प्रसारक की स्थापना के लिए अधिनियम बनाय जाने के 7 वर्ष बाद किया गया , जिसके स्वरुप को उसके लक्ष्यों और कारणों के कथन में व्यापक स्पष्ट किया गया है :

"आकाशवाणी और दूरदर्शन को स्वाय्यात्ता प्रशन करने के लिए एक स्वायत्त निगम की स्थापना करने और उसे आकाशवाणी तथा दूरदर्शन द्वारा निष्पादित किये जाने वाले कार्य करने का प्रस्ताव किया गया ताकि निष्पक्ष, विषयपरक और रचनात्मक ढंग से काम कर सकें |

प्रस्तावित निगम नवीनता, गतिशीलता और उच्च्स्तर्रीय विश्वासनीयता एवं लचीलेपन के साथ समुचित स्वायत्त निकाय के रूप में काम करेगा | यह ऐसे लोकतांत्रिक परम्पराएं और संस्थान समृद्ध होंगे , निगम लोगों और संसद के प्रति जवाबदेह होगा , और देश की बहिरंगी परम्पराओं, भाषाओं और संस्कृतियों को ध्यान में रख कर काम करेगा | तदनुरूप प्रसार भारती ( ब्राडकास्टिंग कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया ) विधेयक संसद में पेश किया गया |"



 
 
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