अंक: October 2014
 
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भारत निर्माता के प्रति
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परिवहन क्षेत्रः आर्थिक पक्ष

जगन्नाथ कश्यप 


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परिवहन क्षेत्रः आर्थिक पक्ष
जगन्नाथ कश्यप

    बेहतर परिवहन व्यवस्था अर्थव्यवस्था के विकास की पूरक है। अतः इसमें हमें निवेश को बढ़ाना होगा। आने वाले वर्षों में यात्री यातायात एवं माल दोनों में भारी बढोत्तरी के अनुमान हैं। अतः इस बढ़ती मांग की आपूर्ति के लिए हमें सभी साधनों रेल, सड़क, जल मार्ग एवं वायु मार्ग में क्षमता का विस्तार करना होगा तथा इसके लिए बारहवीं पंचवर्षीय योजना द्वारा प्रस्तावित 1 खरब रुपये निवेश को सुनिश्चित करना होगा। इसके लिए हमें निजी-सरकारी सहभागिता को भी प्रोत्साहित करना होगा.

    परिवहन क्षेत्रक किसी भी अर्थव्यवस्था के लिए जीवन रेखा के समान है। यातायात के अभाव में न व्यापार संभव था न ही पूंजी, तकनीक और मानव संसाधन एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहंुच पाते, फिर न अर्थव्यवस्थाएं एक दूसरे से जुड़ पाती और न ही विश्व आज एक वैश्विक गांव के रूप में परिणत हो पाता। किसी भी राष्ट्र के आर्थिक विकास को सुचारू एवं सतत बनाए रखने के लिए सुदृढ़ परिवहन व्यवस्था का होना अत्यंत आवश्यक है। अर्थव्यवस्था के तीनों ही क्षेत्रकों- प्राथमिक (कृषि एवं उससे संबंधी क्रियाएं) द्वितीयक अर्थात विनिर्माण एवं तृतीयक यानि सेवा क्षेत्रक के विकास में वृद्धि के लिए अच्छे परिवहन व्यवस्था की परम आवश्यकता है।

    इसे साधारण उदाहरणों से स्पष्ट करने का प्रयास करते हैं। यदि देश के कृषकों के लिए सरकार सस्ते व गुणवत्ता युक्त बीज, उर्वरक आदि उपलब्ध कराना चाहती है तथा फिर उनके उत्पादों को ठीक समय पर अच्छी स्थिति में मंडियों तक पहुंचाना हो, डेयरी क्षेत्र को उन्नत बनाना या अन्य प्रकार के कार्य इन सबके लिए गांव-गांव तक संपर्क होना चाहिए एवं तेज आवागमन के संसाधन होने चाहिए। ठीक उसी प्रकार यदि भारत को विनिर्माण क्षेत्र में अपनी स्थिति सुधारनी है एवं ‘मेक इन इंडिया’ जैसी मुहिम को वास्तव में सफल बनाना है तो हमें यह सुनिश्चित करना पडे़गा कि कच्चा माल, आवश्यक श्रम, मानव संसाधन इत्यादि की सुगम उपलब्धता उत्पादन स्थल तक हो और पुनः उत्पाद को बाजार तक पहुंचाया जाए। इसके लिए एक सशक्त परिवहन व्यवस्था का होना आवश्यक है। अन्यथा हम कितने ही व्यापार अनुकूल परिस्थिति के निर्माण का प्रयास क्यों न करें लें, कितने ही ‘विशेष आर्थिक क्षेत्र’ की संरचना क्यों न कर लें अपेक्षित परिणाम प्राप्त नहीं हो पाएगा। अर्थात यह स्पष्ट है कि किसी अर्थव्यवस्था की वृद्धि में अच्छे यातायात का कितना महत्व है। यही कारण है कि परिवहन व्यवस्था को आधारभूत संरचना का एक महत्वपूर्ण अंग माना जाता है और ऐसा कहा जाता है कि यदि अर्थव्यवस्था में सतत विकास सुनिश्चित करना है तो यातायात जैसी प्रमुख अवसंरचना में बडे़ निवेश की जरूरत होती है।

 
 
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