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नगालैंड में उच्च शिक्षा - वर्तमान और भविष्य
वी. के कंवर |
सुपरिभाषित उददेश्यों की प्राप्ति हेतु निरंतर प्रयास करने के लिए किसी भी समाज को सशक्तिकृत जनशक्ति की ज़रूरत होती है। संगठनात्मक ज़रूरतों, नवोन्मेषी तथा नवचारी दृष्टिकोण वाले कर्मचारियों और स्नातक तथा परास्नातक कार्यक्रमों को ज्ञान हस्तांतरण मॉडलों की आवश्यकता होती है ।
शिक्ष,शोध और नवचार को समझने की ज़रूरत है, जिससे अवसर मिलता है और जो वर्तमान और अपेक्षित व्यवस्थाओं को उन्मुख बना सकता है, जिससे शिक्षण और शोध कार्य किए जाते हैं।
हमारे एक बहुत सम्मानित शिक्षाविद डाँ। ऐपीजे अब्दुल कलाम , देश के पूर्व राष्ट्रपति ने ठीक ही कहा था कि 21वीं सदी ज्ञान का युग होगा, जब ज्ञान का अधिग्रहण, अधिकरण और कार्यान्वयन बहुत महत्वपूर्ण संसाधन बन जाएंगे ।
इससे आमजन का सशक्तिकरण होता है , समाज का कायाकल्प होता है , अन्वेषणों तथा नवचारों को बढ़ावा मिलता है तथा समाज के हर वर्ग में अच्छाई आती है, जिसका परिणाम होता है शान्ति और समृद्धि । सूचना को शिक्षा , अनुभव, अनुसंधान , बुद्धिमत्ता और जानकारी का मिला-जुला रूप समझा जाता है ।
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झरोखा जम्मू कश्मीर का : कश्मीर में रोमांचकारी पर्यटन |
जम्मू-कश्मीर विविधताओं और बहुलताओं का घर है| फुर्सत के पल गुजारने के अनेक तरकीबें यहाँ हर आयु वर्ग के लोगों के लिए बेशुमार है| इसलिए अगर आप ऐडवेंचर टूरिस्म या स्पोर्ट अथवा रोमांचकारी पर्यटन में रूचि रखते हैं तो जम्मू-कश्मीर के हर इलाके में आपके लिए कुछ न कुछ है.
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