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भारतीय लोकतंत्र एवं चुनाव सुधार की आवश्यकता अनिल वर्मा |
"चुनाव और उसका भ्रस्टाचार , अन्याय , धनबल की ताकत और तानाशाही और प्रशासन की अक्षमता , जीवन को नरक बना देगी ।"
स्वतंत्रता से 25 वर्ष पूर्व , 1922 में शर सी राजगोपालाचारी ने आज की स्थिति का पूर्वानुमान लगाते हुए उपरोक्त विचार अपने कारागार के डायरी में लिखे थे । सं 1947 से 1960 के दशक तक भारतीय शासन की बागडोर , राष्ट्र के प्रमुख राजनीतिक डाला कांग्रेस के हाथ में थी , जिसमे अत्यंत काबिल, परिपक्व व नैतिकता के आधार पर चलने वाले दिग्गज नेता थे । डॉ. भीमराओ आंबेडकर , आचार्य कृपलानी , पंडित नेहरू , सरदार पटेल एवं डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जैसे नेताओं ने भारत में लोकतंत्र की नींव रखी और भारतीयस संविधान की रचना की ।
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नियमित
लेख |
झरोखा जम्मू कश्मीर का : कश्मीर में रोमांचकारी पर्यटन |
जम्मू-कश्मीर विविधताओं और बहुलताओं का घर है| फुर्सत के पल गुजारने के अनेक तरकीबें यहाँ हर आयु वर्ग के लोगों के लिए बेशुमार है| इसलिए अगर आप ऐडवेंचर टूरिस्म या स्पोर्ट अथवा रोमांचकारी पर्यटन में रूचि रखते हैं तो जम्मू-कश्मीर के हर इलाके में आपके लिए कुछ न कुछ है.
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